जब किसी घर वाले के यहाँ रोज़ा इफ्तार करे तो उनके लिए यह दुआ करे

184. (तुम्हारे यहां रोज़े दार इफ़्तार करते रहें, तुम्हारा खाना नेक लोग खाते रहें और फ़रिश्ते तुम्हारे लिए दुआयें करते रहें।) (1) ............................. (1) अबू दाऊदः3/367, हदीस संख्याः3856, इब्ने माजाः1/556, हदीस संख्याः1747, नसाई की अमलुल-यौमे वल-लैला,हदीस संख्याः296-298, और उन्हों ने उल्लेख किया कि नबी जब किसी के घर में इफ़तार करते तो ये दुआ पढ़ते! और शैख़ अल्बानी ने इसे सह़ीह़ अबूदाऊदः2/730 में सह़ीह़ कहा है।

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