वुजू से फारिग होने के बाद की दुआ
13. (मैं गवाही देता हूं कि अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं। वह अकेला है। उसका कोई शरीक नहीं और मैं गवाही देता हूं कि मुह़म्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम उसके बंदे और रसूल हैं...।) (1)
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(1) मुस्लिमः1/209,हदीस संख्याः234
14. (ऐ अल्लाह! मुझे बहुत अधिक तौबा करने वालों में से बना दे और मुझे पाक-साफ़ रहने वालों में से बना दे।) (1)
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(1) तिर्मिजीः1/78, हदीस संख्याः55, देखिएः सह़ीह़ तिर्मिजीः1/18
15. (ऐ अल्लाह! तू हर ऐब से पाक है और तेरे ही लिए सब तारीफ़ है। मैं गवाही देता हूं कि तेरे सिवा कोई सच्चा माबूद नहीं। मैं तुझसे माफी चाहता हूं और तुझ से तौबा करता हूं।) (1)
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(1) इमाम नसाई की किताब अमलुल-यौमे वल-लैला पृष्ठः173, देखिएः इर्वाउल-ग़लीलः1/135 और 3/94