मैयित को क़ब्र में उतारते समय की दुआ
163. (अल्लाह के नाम से और रसूलुल्लाह की सुन्नत के मुताबिक़ तुम्हें क़ब्र में दाख़िल कर रहा हूं।) (1)
.............................
(1) अबू दाऊदः3/314, हदीस संख्याः3215, सह़ीह़ सनद के साथ, अह़मदः2/368,हदीस संख्याः5234,4812, इसके शब्द हैंः (अल्लाह के नाम से और रसूलुल्लाह की मिल्लत पर तुम्हें क़ब्र में दाख़िल कर रहा हूं।) इसकी सनद भी सह़ीह़ है।